जैसे की आप लोग जानते ही होंगे की 2020 में कोरोना के कारण हमारे देश को कई नुकशान हुआ. और इसी महामारी के चलते हमारे देश के संबंध चीन के साथ कुछ सही नही थे. और हमारे देश में बहुत से सामान चीन से आयात और निर्यात होता है. इन्ही बातो को ध्यान में रखते हुए हमारे देश के प्रधानमंत्री ने भारत को आत्मनिर्भर करने का निर्णय लिया है. आज की इस post मने हम आपको आत्मनिर्भर भारत के बारे में पूरी जानकारी हिंदी में देंगे “आत्मनिर्भर भारत अभियान क्या है (जानें हिंदी में पूरी जानकारी)“
आत्मनिर्भर भारत अभियान क्या है
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हमारे देश के हालात को ध्यान में रखते हुए हमारे देश के प्रधानमंत्री ने भारत को आत्मनिर्भर बनाने का वादा किया है. पीएम मोदी का ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’, बनाने का उद्देश्य सिर्फ़ Covid-19 महामारी के दुष्प्रभावों से लड़ना नहीं, बल्कि भविष्य के भारत का पुनर्निर्माण करना है.
12 मई 2020 को प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भर भारत अभियान योजना की घोषणा की थी. जिससे की हमारा देश को किसी भी देश पर निर्भर ना होना पड़े. आत्मनिर्भर भारत अभियान से देश के रोजगार पर अधिक ध्यान दिया जायेगा. आप जानते ही होंगे की 2020 में कोरोना के कारण लॉकडाउन हुआ था. लॉक डाउन की वजह से देश के मजदूरों और किसान बहुत प्रभावित हुए. जिससे कारण प्रधानमंत्री मोदी जी भारत को आत्मनिर्भर करने का निर्णय लिया. आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए प्रधानमंत्री मोदी जी ने 20 लाख करोड़ का राहत पैकेज घोषित किया. जो देश की जीडीपी का 10 प्रतिशत है. ये योजना भारत की आर्थिक व्यवस्था को सुचारु करने में महत्पूर्ण भूमिका निभाएगा.
भारत को आत्मनिर्भर बनाने का क्या अर्थ है
भारत को आत्मनिर्भर बनाने का अर्थ है की हमारा देश आयात पर निर्भरता को कम करेगा. आज हम जिन चीजों का आयात करते हैं, उसी के सबसे बड़े निर्यातक बनेंगे. आज कोयला खदानों में वाणिज्यिक खनन के ज़रिये हम कोयला क्षेत्र को दशकों के लॉकडाउन से बाहर निकाल रहे हैं. पीएम ने कहा कि मामला तो कोयले का है पर हीरे के सपने देखकर चलना है.
आप जानते होंगे हमारे देश में बहुत सी वस्तुए दुसरे देश से आती है जैसे की ज्यातर phone चीन के होते है. ऐसे ही इसी प्रकार की कई वस्तुए दुसरे देश से आयात होकर हमारे देश में आती है. जब हम कोई भी वस्तु या कुछ भी दुसरे देश से खरीदते है तो उनके देश के इकोनोमी बढती है और हमारे देश की घटती है. यानि की हमारे देश का पैसा उनके देश में जाता है. और फिर हमारे चीन के साथ संबंध में कुछ खास नही है. इस सारी बातो को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री मोदी जी ने आत्मनिर्भर भारत करने का सोचा.
यानि की अब हम लोग कोशिश करेंगे की हम काम से कम सामान दुसरे देश से ख़रीदे. ज्यादातर सामान हम अपने देश का ही ख़रीदे जिससे की हमारे देश की आर्थिक स्थिति में कुछ सुधार आ सके.
आत्मनिर्भर भारत अभियान के लाभार्थी
- किसान
- गरीब नागरिक
- काश्तगार
- प्रवासी मजदुर
- कुटीर उद्योग में काम करने वाले नागरिक
- लघु उद्योग
- मध्यमवर्गीय उद्योग
- मछुआरे
- पशुपालक
Aatm Nirbhar Bharat Abhiyan राहत पैकेज का लाभ
- फैक्ट्री से जुड़े 3.8 करोड़ लोगो को इस योजना का लाभ मिलेगा.
- टेक्सटाइल इंडस्ट्री से जुड़े 4.5 करोड़ लोगो को आर्थिक मदद दी जाएगी.
- इस योजना से भारत के 10 करोड़ मजदूरों को लाभ प्राप्त होगा.
- ये योजना लघु उद्योग, कुटीर उद्योग,गृह उद्योग के लिए है जिसे करोडो लोगो को रोजगार मिलता है.
- आर्थिक राहत पैकेज में गरीब मजदूर, कर्मचारियों के साथ ही होटल तथा इंडस्ट्री से जुड़े लोगो को फायदा होगा.
MSME का क्या मतलब है
सरकार का मैं उद्देश्य आत्मनिर्भर भारत को बनाना है. प्रधानमंत्री मोदी जी ने कहा की अगर आत्मनिर्भर भारत के तहत सबसे ज्यादा ध्यान MSME को दिया जायेगा. MSME से मतलब है की Micro Small Medium Enterprises. यानि की सूक्ष्म लघु तथा मध्यम उद्योग को दिया जायेगा. ताकि आत्मनिर्भर भारत बन सके और चीन से आत्मनिर्भरता खत्म हो.
आशा करती हु की आज की Post आत्मनिर्भर भारत क्या है (जानें हिंदी में पूरी जानकारी) आपको समझ में आ गयी होगी अगर आपको इस post से related कुछ और जानना है तो आप हमे नीचे कमेंट box में बता सकते है.
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